हसीन है ये ज़िन्दगी Posted bymuksinghJune 13, 2020Posted inUncategorized उमीदों से तेज़ भागते मेरे रास्तेमंज़िल भी आ गिरी आज आसमान सेलिपट के रोई हैं हवाएंतू कैसे हँस लेता है रे इत्ते शान से रास्तों का मुसाफिर मैंमंज़िल की चाह नहींला सकूँ जो जग के चेहरे पे हसींज़्यादा उससे मेरी कोई बिसात नहीं Share this:TwitterFacebookLike this:Like Loading... Related